Wednesday, May 13, 2015

अनमोल वचन पार्ट 2




1. Keep your eyes on your goals

2. Today and now is time to work

3. Never worry about failure

4. कुछ  लोग  नौकरी  मिलने  पर  काम  बंद  कर  देते  है

5. समुन्द्र  को  शिकायत  है  मुझमे  पानी  काम  है

6. पुत्र  अपनी  पत्नी  लाने  तक ,पुत्री  जीवन  भर  मेरी  रहेगी

7. मनुस्य  अपने  दाँतो  की  पीछे  छुपा  होता  है

8. मनुस्य जब  अकेला  चलता  है  तो  प्रभु  उसके  साथ  हो   जाते  है

9. प्रतयेक  काम  में  शरीर  और  आत्मा  दोनों  डाल  दो

10. लम्बे  विवाद  का  अर्थ  है  – दोनों  व्यक्ति  गलत  है

11. अधिक  की  इच्छा  करो , अवस्य  अधिक  प्राप्त  करोगे

12. अभी ,आज  ही  करो ,की  आदत  डालो

13. निरंतर  अभ्यास  प्रतिभा   का  जनम   दाता  है

14. किसी  पुस्तक  का  आंकलन  उसके  आवरण  से  मत   करो

15. घुड़सवार  बनो , घोडा  मत  बनो

16. बोध  होने  पर  अबोध  बने  रहना  ही ज्ञान   है

17. सदा  किर्या  शील  बने  रहो

18. संतुष्ट  सबसे  बड़ा  धनवान  है

19. प्रसंशा  करना  अपना  स्वभाव  बना  लो

20. अनुभवों  के  महल  दुखो  की  नीव  पर  निर्मित  होते  है

21. कल  बहुत  देर  हो  जाएगी

22. सीखते  रहो

23. अपने  लिए  तो  जानवर  भी  नहीं  जीते

24. प्रतयेक  व्यक्ति  धनवान  का  सम्बन्धी  होता  है

25. प्रतयेक   सफलता  का  श्रेय  अपने  सहयोगियों  को  दो

26. सारे  सच  बताए  नहीं  जाते

27. हलवा  खाने  के  लिए  मुँह  चाहिए

28. पुस्तक  प्रेमी , अधिक  धनी  अधिक  सुखी

29. नवीन  पुस्तके  वो  है  जो  कभी  पुरानी  नहीं  होती

30. कल  की  योजना  आज  ही  बना  लो

31. अपने  बच्चों  का  भला  चाहते  हो  तो  जितना  धन  उन  पर  लगाते  हो  उससे  दुगना  समय  लगाओ
,मालामाल  हो  जाओगे

32. एक ही  पत्थर  से  दो  बार  ठोकर  खाना  लज्जा  की  बात  है

33. बिना  काम  के  सफलता  सिर्फ  शब्दकोष  में  ही  मिलती  है




मेरे दोस्तों अगर आप के पास भी कोई  मोटिवेशनल कहानी या समाज से जुडी कोई  महत्वपूर्ण जानकारी है जो आप अपने साथियो के साथ बाटना चाहते है तो आप का स्वागत है आप अपनी कहानी मुझे मेल कर सकते है और साथ में अपनी फोटो भी भेज सकते है कहानी पसंद आने पर आपके फोटो के साथ ब्लॉग पर पोस्ट की जाएगी मेल करे:   agentvikash.lic@gmail.com

इन्हे भी पढ़े
The existence of God ईशवर का आस्तित्व
the spirit of your vehicle (ड्राइवर देश का आंतरिक सिपाही )
सोच बदलो जिंदगी बदलेगी
जाति धर्म और समाज
क्रोधी बालक                                                                                                                                            


No comments: